kitaaben bhee hamaaree shikshak hotee hain
हमें अक्सर कुछ नया सीखने के लिए एक बेहतर शिक्षक की तलाश रहती है । फिर सवाल उठता है कि कहाँ और कैसे तलाशा जाए । एक तरह से किताबें भी हमारी बेहतरीन शिक्षक होती हैं । क्या आपका सपना हमेशा लेखक बनना रहा है ? यदि हाँ तो एक बेहतरीन किताब शिक्षक की तरह आपका इंतजारकर रही है— लेखक कैसे बनें ।
लेखन की दुनिया एक असमतल व विस्तृत संसार से होकर गुजरती है । ऐसा संसार जिससे गुजरने के कुछ निश्चित रास्ते हो सकते हैं । लगभग हर लेखक नेबताया है कि वह क्यों लिखता है या वह पूरे रचनात्मक जीवन में किस चीज़ से जूझता रहा है । कोई लेखक स्वांतः सुखाय लिखता है तो कोई जगत की बुराइयों को नष्ट करने और एक सुंदर संसार बनाने के उद्देश्य से । ये सब बातें अपनी जगह हैं। लेकिन सुंदर और प्रभावी ढंग से लिखना लेखक मात्र का गुण है,और वही सबसे महत्त्वपूर्ण चीज़ है, जिसे आप इस किताब से सीख सकते हैं ।
इस किताब का लेखक अपनी रचनात्मकता के हर चरण को क्रमबद्ध, बिन्दुवार और सरलता से प्रस्तुत करता है । लेखक कैसे बनते हैं, इसका रास्ता अंग्रेजीके विश्व विख्यात लेखक रस्किन बॉन्ड आसानी से दिखाते हैं । इस तरह लेखक बनने का सपने देखने वाले पाठकों के लिए एक खूबसूरत उपहार है । रस्किनबॉन्ड ने अपने लेखन के तमाम रहस्य पुस्तक में साझा किए हैं । वे लेखक बनने की प्रक्रिया और अपने जीवन के निजी अनुभवों को भी साझा करते हैं । वे लेखक के व्यक्तित्व, लेखन के बारे में बनी बनाई अवधारणों को भी कई जगह तोड़ते हैं । मसलन लेखक के बारे में यह समझा जाता है कि वह सामाजिकया पारिवारिक न होकर सिर्फ़ एक अकेले कमरे और पहाड़ों से घिरा कोई व्यक्ति होता है । इस सामान्य समझ को वे एक हद तक ख़ारिज कर देते हैं । रस्किन बॉन्ड लेखक के जीवन, व्यक्तित्त्व और रचना प्रक्रिया के आंतरिक सूत्रों को सुलझाते चलते हैं । किताब लिखना क्यों ज़रूरी है? इस सवाल से शुरूहोती हुई यह प्रक्रिया प्रकाशक की मेज़ तक का सफ़र तय करती है । निश्चय ही ये एक बड़े लेखक के सुदीर्घ जीवन अनुभवों से निकले हुए सूत्र हैं, जोपाठकों को कम परिश्रम में ही प्राप्त हो जाते हैं । रस्किन न सिर्फ़ नए लेखकों को रास्ता दिखाते हैं , बल्कि अपनी इस किताब के माध्यम से आपको उन बड़ेलेखकों से भी परिचित करवाते हैं, जिन्हें लिखने से पहले पढ़ लेना चाहिए । इस रूप में भी यह किताब लेखकीय महत्त्वकांक्षा रखने वालों के लिए अनमोलसाबित हो जाती है । रस्किन के अनुसार लिखने की अनिवार्य शर्त में पढ़ना गहराई से शामिल है । यदि आपके भीतर पढ़ने का, चीज़ों को बारीक़ी से देखनेऔर याद रखने की क्षमता है, तो आप बेहतर लेखक बनने की दिशा में हैं । हर लेखक में कुछ गुण होते हैं, जो उसे बाकी दुनिया से अलग बनाते हैं । इसीतरह हर लेखक की अपनी शैली भी होती है । बांड सतत लेखन, शब्दों की सुंदरता और संयोजन पर भी ज़ोर देते हैं । बांड कहते हैं, “मेरे लिए जीवनअसहनीय हो जाए अगर मेरे पास रोज़ लिखने की यह आज़ादी न हो।”
उनके अनुसार लेखन के लिए आपकी अवधारणा का स्पष्ट होना ज़रूरी है । अगर आप बेहतर समझ के साथ लिखते हैं तो पाठकों की कमी के बावजूद एक लेखक के रूप में आपको बेस्टसेलर बनने से ज़्यादा सन्तुष्टि हासिल होगी।
वे पाठकों को आगाह भी करते चलते हैं कि यह किताब सिर्फ़ पेन और कागज़ कैसे उठाना है इस बारे में नहीं है। बल्कि लेखन के मुश्किल पड़ावों में उसकासाथ देने के लिए लिखी गई है । लेखन का सबसे मुश्किल पड़ाव यह है कि वह लेखक को नितांत अकेला कर देता है। आप अपने अधिकांश समय एकाकीहोते हैं । यह किताब इसी एकाकी समय में आपका साथ निभाने के लिए लिखी गई है । यह आपके डेस्क की उन चंद क़िताबों में से हो सकती है जिन्हेंआप डेस्क के पास रखेंगे और लिखने से पहले रोज़ एक बार खोलकर पढ़ना चाहेंगे । किताब आपको बताती है कि शुरुआत कैसे करें । लेखक कितने तरहके होते है, लेखन के लिए ज़रूरी गुण कौन से हैं । लेखन की तैयारी में सिर्फ़ कॉपी क़लम हाथ में उठाना शामिल नहीं है । उसके लिए आपको एक निश्चिततैयारी की ज़रुरत पड़ती है । किसी आम नौकरी पेशा व्यक्ति की ही तरह लेखक की भी दिनचर्या हो सकती है । बाक़ी लोगों की तरह वह भी नोट्स बनानेको ज़रूरी क़दम मानते हैं । इस प्रक्रिया में कोई भी विचार कभी भी कौंध सकता है ।
बॉन्ड के अनुसार लेखक दो तरह के होते हैं— आत्मनिष्ठ और वस्तुनिष्ठ । लेखक का कोई निश्चित समय नहीं होता बल्कि जब विचार कौंध जाए तभी आपकोकाम करना होता है । इसके लिए आपको स्वयं अपना शिक्षक बनना होगा । शब्दों की तहों तक जाएँ, उनकी दुनिया और अर्थों में विचरण करें, तब आपएक बेहतर लेखक बन सकते हैं । बॉन्ड उन कहानियों को बार – बार पढ़ने की सलाह देते हैं, जो आपको भीतर तक प्रभावित करती हैं। आप जितना पढ़ेंगेआपकी अपनी शैली उतनी तेज़ी से विकसित होगी । फिर बात आती है, क्या लिखें ? दुनिया में इतने जॉनर हैं कि आप कुछ भी अपने व्यक्त्वि के अनुसारलिखें ।
एक बेहतर लेखक वही है जो खुद को जानता है । बॉन्ड के अनुसार अगर आप खुद के लेखन से ऊब रहे हैं तो बेचारा पाठक भी उस लिखे से ऊब सकता है । लिखी जा रही रचना में नायक के चुनाव के साथ शीर्षक का भी बहुत ध्यान रखना होता है । जो काम बेकार लगे उसे रद्दी में डालने की भी ज़रूरत आपकोपड़ेगी । पाठकों तक पुस्तक पहुँचाने, यानी छपने का समय लम्बा भी हो सकता है, इसलिए सबसे ज़रूरी बात है कि आप धीरज रखें । अगर आप बेहतरलिखते हैं तो एक दिन ज़रूर प्रकाशित होंगे।
‘लेखक कैसे बनें’उन सभी पाठकों के लिए अनिवार्य और ज़रूरी किताब है, जो लेखन की दिशा में आने का माद्दा रखते हैं । यह पुस्तक आपके लेखकीयसफ़र में एक विश्वसनीय साथी साबित होगी ।
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